नायलॉन मांजा जानलेवा साबित हो रहा वाहनधारकों के लिए
भोसा मार्ग पर दोपहिया सवार हुआ नायलॉन मांझे का शिकार
घायल पर करानी पडी शल्यक्रिया
यवतमाल,ब्यूरो. नायलॉन मांझे की बिक्री करने के साथ ही स्टॉक करने पर भी सरकार ने प्रतिबंध लगाया है. बावजूद इसके नायलॉन मांजे का धड़ल्ले से चोरी छिपे शहर सहित जिलेभर में प्रयोग किया जा रहा है. परंतु नगर परिषद प्रशासन और पुलिस विभाग पूरी तरह से कुंभकर्णी नींद में नजर आ रही है. पुलिस विभाग की ओर से केवल पीठ थपथपाने के लिए कुछ मांजा पकड़ने की कार्रवाई को अंजाम देने का काम किया जाता है. नायलॉन मांजे के चलते शहर सहित जिले भर में अधिकांश वाहनधारक चोटिल होते है. कईयों वाहनधारकों की नायलॉन मांजे से जान भी चली गई है. इसलिए पुलिस और नगर परिषद प्रशासन ने नायलॉन मांझे का उपयोग करने वाले प्रतिष्ठानों और गोदामों की पड़ताल करनी चाहिए और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई को अंजाम देना चाहिए.
मिली जानकारी के अनुसार यवतमाल शहर निवासी प्रशांत राऊत सोमवार की सुबह 11 बजे के करीब अपनी दुपहिया से खेत जा रहे थे. भोसा मार्ग से गुजरते समय दुपहिया धारक को पतंग का नायलॉन मांजा दिखाई नहीं दिया. अचानक दुपहिया धारक प्रशांत राऊत के गले में लिपट गया. जिससे प्रशांत राऊत का गला चीर गया और खून की धाराएं बहने लगी. इसी बीच आस पडोस के लोगों ने प्रशांत राऊत को संजीवन अस्पताल में उपचार के लिए लाया. अस्पताल में प्रशांत राऊत की गले की शल्यक्रिया की गई. फिलहाल वह खतरे से बाहर है.
पता चला है कि नायलॉन मांजे से दुपहिया सवार व्यक्ति घायल होने की खबर पुलिस महकमे तक पहुंचते ही उन्होंने नायलॉन मांजे का स्टॉक रखने वाले गोदामों के साथ ही बिक्री करने वाले प्रतिष्ठानों की जांच मुहिम छेड दी है. हालांकि यह पता नहीं चल पाया है कि पुलिस प्रशासन ने कितना नायलॉन मांजा जब्त किया है.
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घटना होने के बाद जागता है प्रशासन
पुलिस और नगर परिषद प्रशासन हमेशा कोई घटना घटित होने के बाद ही कार्रवाई करने की मुहिम छेडती है. यह आरोप नागरिकों ने लगाया है. नागरिकों का कहना रहा कि नायलॉन मांझे पर जब सरकार ने पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया है. फिर भी सरकार के नियमों को तोड़ने का काम अवैध व्यवसायी कर रहे है. पुलिस और नगर परिषद प्रशासन भी केवल सीजनेबल कार्रवाइयां करती है. इसीलिए नायलॉन मांझे की बिक्री करने वाले लोगों के व्यवसाय फल फूल रहे है. यदि नगर परिषद और पुलिस प्रशासन अपने काम को बेहतर ढंग से अंजाम देगी तो निश्चित रूप से नायलॉन मांजा बिक्री और स्टॉक पर अंकुश लग पाएगा.
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स्पेशल ड्राइव चलाएंगे
शहर सहित जिले भर में कहीं पर भी प्रतिबंधित नायलॉन मांजे की बिक्री हो रही होगी तो यह जांचने के लिए स्पेशल ड्राइव चलाया जाएगा. वहीं मार्केट में जिन प्रतिष्ठानों पर पतंगों की बिक्री होती है, उन प्रतिष्ठानों की जांच पड़ताल की जाएगी. उन प्रतिष्ठानों में नायलॉन मांजा पाए जाने पर वह माल जब्त कर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी. ड्राइव चलाने के संबंध में शहर और ग्रामीण पुलिस थाना अधिकारियों को सूचनाएं दी गई है.
कुमार चिंता, पुलिस अधीक्षक, यवतमाल