धामनगांव शहर में ऐतिहासिक अविस्मरणीय दीक्षा एवं संथारा सल्लेखना का आज दि. 13-7-23 को 12 वा दिन
धामणगाव रेल्वे / संवाददाता
आचार्य1008 श्री रामलालजी म .सा. के जैन धर्मार्थ शिष्य पूज्य श्री जयप्रभ मुनिजी म. सा. तथा पूज्य श्री अनन्य मुनिजी म.सा .इनके अथक प्रयासों से जैन सू श्रावक श्री शांतिलालजी मोतीलालजी छाजेड़ (जैन )उम्र 89 इनको वैराग्य प्राप्त होकर पूज्य श्री के मुखारविंद से दि. 2-7 -23 को सुबह 9:00 संथारा सल्लेखना के पचखान कराए गए तत्पश्चात श्री शांतिलालजी छाजेड़ इनके दीक्षा के भाव जागृत होने से दिनांक 2 -7-2023 को दोपहर 4 बजे इनका वरगोडा उनके निवास स्थान से जैन स्थानक तक बड़े उत्साह के साथ सभी जैन धर्म अनुभव तथा धामनगांव नगर वासियों ने बढ़-चढ़कर इस वर गोडा में सभी नगर वासी सहभागी थे
दि. 2-7 -23 को दोपहर 4:30 बजे जैन भगवती दीक्षा गुरुवर के मुखारविंद से दी गई एवं उनका सांसारिक नाम शांतिलालजी छाजेड़ दीक्षा के तत्पश्चात उनका नया नामकरण विधि श्री गुरुवर के मुखारविंद से श्री उत्साह मुनिजी म.सा. इस नए नाम से गुरुवर ने उन्हें नए नाम की उपाधि दी। श्री शांतिलाल जी छाजेड़ इनके परिवार में उनकी धर्मपत्नी सो .विमलदेवी शांतिलालजी छाजेड़ 2 पुत्र 3पुत्रियां है एवं उनकी बड़ी बहन जो कि जन्म से बाल ब्रह्मचारी कुमारी उमरावबाई मोतीलाल जी छाजेड़ इनकी उम्र 91 वर्ष है। धामनगांव नगर वासियों मैं धर्म के प्रति श्री उत्साह मुनिजी म.सा. ने एक नई ऊर्जा का स्त्रोत देकर नगर वासियों में नवचेतना निर्माण हो गई है