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शिकस्त मकान की दीवार ढही : कार पर दीवार का मलबा गिरने से कार का भारी नुकसान
नंगर परिषद की घोर अनदेखी के चलते हुआ हादसा
रात 3 से 3.30 बजे की बताई जा रही घटना
रात का समय होने से जीवित हानी नही
भंडारा / संवाददाता

कल रात शिकस्त मकान की दीवार ढह जाने से तथा उसका मलबा वहां खड़ी कार पर गिरने से कार क्षतिग्रस्त हुई है. कर का भारी नुकसान हुआ है. रात का समय होने से कोई जीवित हानी नही हुई है.
काल रात 3 से 3.30 के बीच राममंदिर वार्ड में बने यरक शिकस्त मकान की दीवार ढह गई है. दीवार का मलबा पास पड़ी कार पर गिर जाने से कार क्षतिग्रस्त होकर कर का भारी मात्रा में नुकसान हुआ है.

नंगर परिषद के अनदेखी के चलते हुआ हादसा – ईस वार्ड निवासी नागरिको के मुताबिक यह इमारत काफी पुरानी होने से कमजोर हो चुकी है. इस घर के मालिक गिरधारी मोरेश्वर खोत की बताई जा रही है. नागरिको के मुताबिक वह बार बार मकान मालिक को इस बारेमे सूचित करते आ रहे है. पर उनके कानों पर जु तक नही रेंग रही है.
मोहल्ले के नागरिकों ने नगर परिषद में भी इन शिकस्त इमारत को ढहाने ने लिए लिखित शिकायत की पर नगर परिषद ने भी इस ओर कोई ध्यान नही दिया.
रात का समय होने से बड़ा हादसा टला ; जीवित हानि नही – नागरिको के मुताबिक दोपहर के समय मोहल्ले के बच्चे इकट्ठा होकर यहां खेलते है.तथा रात के समय कुछ पुरुष मंडली यहां बैठकर गप्पे लढाती है. यह तो अच्छा हुआ कि रात का समय था. अग़र दिन का समय होता तो जीवित हानि से इनकार नही किया जा सकता.
मकाम मालिक पर दर्ज हो मामला – सूत्रों के मुताबिक मोहल्ले के नागरिकों द्वारा मकान मालिक को बार बार मकान की मरम्मत तथा दीवार गिरने के लिए कहा जा रहा था पर मकान मालिक हर समय कोई ना कोई बहाना बनाकर नागरिको की शिकायत को हवा में उड़ा दिया करता था.
नंगर परिषद अफसर पर भी दर्ज हो मामला – नागरिको के मुताबिक उन्होंने कई बार नंगर परिषद , वार्ड मेम्बर की ओर लिखित शिकायत कर उनका ध्यान इस गंभीर समस्या की ओर आकर्षित करने की कोशिश होती रही . पर मकान मालिक तथा नगर परिषद अफसरों की ओर से हरदम आश्वासन ही मिलता रहा. ठोस कार्रवाई कभी नही हुई.
नगर परिषद ही जिम्मेदार – सूत्रों के मुताबिक किसी शिकस्त मकान के बारेमे अगर नंगर परिषद को शिकायत प्राप्त होती है तो पहले उस मकान को चिन्हित कर स्ट्रक्चरल इंजीनियर द्वारा उसका ऑडिट कराया जाता है. बाद में उस मकान मालिक को नोटिस देकर मकान गिरने को कहा जाता है. अगर वह खुद मकान ना गिराए तो नंगर परिषद द्वारा उस मकान को ढहा दिया जाता है . तथा जसका खर्च मकान मालिक से वसूला जाता है.